डिजाइनिंग

फ़ुटवियर विभाग का पहला और सबसे महत्वपूर्ण अनुभाग, हमारा डिज़ाइनिंग अनुभाग सर्वाधिक अनुभवी एवं तकनीकी रुप से दक्ष शिक्षकों से युक्त है। प्रत्येक कक्षा में हम विद्यार्थियों को पूरे 4 घंटे की डिज़ाइनिंग कक्षाएँ उपलब्ध कराते हैं और उनको प्रत्येक मॉड्यूल में प्रशिक्षित करते हैं।

'डर्बी' और 'ऑक्सफ़ोर्ड' जैसे आधारभूत मॉडलों से शुरुआत करके ये विद्यार्थी कठिन पैटर्नों में से भी डिज़ाइन निकालने के विश्वस्तरीय मानकों को हासिल करते हुए प्रशिक्षण पूर्ण करते हैं। 'मोकसिन' और 'स्टिचडाउन', आदि वे कुछ प्रमुख कठिन मॉडल हैं जिनका ये विद्यार्थी प्रशिक्षण प्राप्त करते हैं। इन विद्यार्थियों को 'सेनक्रिस्पिनो' और 'स्ट्रॉबेल'जैसे विभिन्न कंस्ट्रक्शनों में से पैटटर्न निकालने का भी प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है।

हमारे अनुभवी शिक्षकों द्वारा निरंतर किए जाने वाले अनुसंधान एवं विकास कार्यों कीपरिणति नये प्रकार के लास्ट का उपयोग करते हुए और फैशन एवं डिज़ाइनिंग पर लगातार फोकस बनाए रखते हुए फुटववियर निर्माण के क्षेत्र में नये रुझानों (ट्रेंड) की रचना में होती है। 30 से अधिक धिविद्यार्थियों के बैठने की क्षमता-सुक्त इस अनुभाग में प्रायोगिक कार्य और डिजाइनिंग के लिए पूर्णतः अनुकूल परिवेश है। स्टाफ़ के निरंतर सहयोग से इन विद्यार्थियों का आगे आने वाली चुनौतियों का सामना करने के लिए मजबूत आधार तैयार होता है।

स्टाफ़ के अत्यधिक प्रोत्साहन से विद्यार्थियों को भारत भर में विभिन्न स्तरों पर आयोजित होने वाली डिज़ाइनिंग प्रतियोगिताओं में सहभागिता करने के लिए प्रोत्साहन प्राप्त होता है। राष्ट्रीय मेलों और प्रदर्शनियों मेंलगातार सहभागिता करने से ये विद्यार्थी आगामी रुझानों और फ़ैसन की भविष्यवाणियों का आधारभूत ज्ञान हासिल करते हैं।

डिजाइनिंग के साथ-साथ हैंड-ग्रेडिंग अर्थात हस्त-आधारित श्रेणी-निर्धारण कौशल वह मुख्य तत्व है जो विद्यार्थियों के लिए एक तकनीकी आधार जोड़ता है।अनुभवी शिक्षक विद्यार्थियों को हैंड-ग्रेडिंग सिखाते हैं जो उन्हें सभी प्रकार के उद्योगों के लिए एक मुकम्मिल डिज़ाइनर प्रोडक्ट बनाती है।